Guru Purnima Quotes in Hindi (Best 20 Quotes)

गुरु पूर्णिमा के अवसर पर, गुरु-शिष्य परंपरा के महत्व को समझना और उसे मान्यता देना आवश्यक है। इस पावन दिन पर कई प्रसिद्ध व्यक्तियों, संतों और विद्वानों ने अपने विचार व्यक्त किए हैं, जिनमें गुरु की महत्ता और उनके द्वारा दिए गए ज्ञान की महत्वपूर्णता पर जोर दिया गया है। यहाँ हम कुछ प्रमुख उद्धरण प्रस्तुत कर रहे हैं, जो गुरु-शिष्य संबंधों की गहराई को उजागर करते हैं:

1. “गुरु ही ब्रह्मा है, गुरु ही विष्णु है, गुरु ही महेश्वर है। गुरु साक्षात परम ब्रह्म है, उसे प्रणाम करता हूँ।” – गुरु स्तुति

2. “गुरु के बिना ज्ञान नहीं, ज्ञान के बिना मोक्ष नहीं।” – संत कबीर

3. “गुरु का स्थान सबसे ऊँचा है। इसके बिना न कोई शिक्षा हो सकती है, न ही मोक्ष प्राप्त हो सकता है।” – गुरु नानक

4. “गुरु के चरणों में रहकर ही ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है।” – स्वामी विवेकानंद

5. “गुरु वह दीपक है जो अंधकार को दूर करता है और जीवन को प्रकाशमय बनाता है।” – अज्ञात

6. “गुरु का ज्ञान वह अमृत है जो जीवन को अमर बना देता है।” – अज्ञात

7. “गुरु के बिना शिष्य का जीवन अधूरा होता है।” – अज्ञात

8. “गुरु सच्चा शिक्षक होता है, जो हमें जीवन की सही दिशा दिखाता है।” – अज्ञात

9. “गुरु वह है जो हमें अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाता है।” – अज्ञात

10. “गुरु का स्थान भगवान से भी ऊँचा माना गया है, क्योंकि वह हमें भगवान से मिलाने का मार्ग दिखाता है।” – अज्ञात

11. “गुरु के बिना ज्ञान अधूरा होता है और ज्ञान के बिना जीवन अधूरा होता है।” – संत तुलसीदास

12. “गुरु के चरणों में बैठकर ही सच्चे ज्ञान की प्राप्ति होती है।” – संत रविदास

13. “गुरु वह है जो शिष्य के मन को निर्मल बनाता है और उसे सच्चे मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।” – अज्ञात

14. “गुरु का सानिध्य ही सच्चा सुख है।” – अज्ञात

15. “गुरु वह है जो शिष्य के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाता है।” – अज्ञात

इन उद्धरणों के माध्यम से हम गुरु पूर्णिमा के महत्व और गुरु-शिष्य के रिश्ते की महत्ता को और भी गहराई से समझ सकते हैं। गुरु पूर्णिमा पर ये उद्धरण न केवल हमारी संस्कृति की धरोहर हैं, बल्कि जीवन को सही दिशा देने के लिए मार्गदर्शक भी हैं।

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