जमीन की रजिस्ट्री: नमस्कार किसान भाइयों जैसा कि हम सब जानते हैं कि जमीन की रजिस्ट्री करवाना काफी पेचीदा और उस समय लेने वाला काम है और इसमें कई बार काफी पैसे भी खर्च हो जाते हैं मगर इस समस्या को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार की तरफ से अब आप मात्र ₹100 में अपने पितरों के जमीन अपने नाम पर करवा सकते हैं। इस योजना के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को पूरा पढ़िए।
अगर आप अपनी पुश्तैनी जमीन अपने नाम पर करवाना चाहते हैं तो आप मात्र ₹100 के स्टांप पेपर के साथ यह कार्य पूरा कर सकते हैं और इस संदर्भ में महाराष्ट्र सरकार की तरफ से जीआर प्रसारित किया गया है।
₹100 में जमीन की रजिस्ट्री
कई बार हम समय की कमी की वजह से ठीक समय पर जमीन की रजिस्ट्री नहीं करवा पाते है जिसकी वजह से हमें बाद में काफी ज्यादा समस्याओं का सामना करना पड़ता है साथ ही हमें पैसे और समय की बर्बादी भी सहनी पड़ती है। पैतृक भूमि को हमारे नाम पर करवाते समय कई समस्याएं उत्पन्न होती है और इन समस्याओं से परेशान होकर कभी-कभी हम यहां महत्वपूर्ण कार्य ठीक समय पर पूरा नहीं कर पाते जिसकी वजह से हमें बाद में तकलीफों का सामना करना पड़ता है।
ऐसे ही कई समस्याओं को बचने के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा तैयार किया गया जीआर काफी महत्वपूर्ण भूमिका पूरी करता है।
तो वास्तव में यह जीआर क्या है और इस जीआर की मदद से किस प्रकार किसानों को फायदा होगा, यह जानने के लिए हमें आगे दी गई जानकारी महत्वपूर्ण साबित होगी। इसलिए यह लेख आगे पढ़ते रहिए।
पुरानी व्यवस्था के अनुसार अपने पैतृक भूमि को अपने नाम पर करने के लिए उत्तराधिकारी बेटा या बेटी को स्टांप पेपर सबमिट करना पड़ता था और इसी प्रक्रिया में कई बार लोगों का समय और पैसा बहुत ज्यादा बर्बाद हो रहा था, और इसी समस्या को दूर करने के लिए महाराष्ट्र सरकार की तरफ से ₹100 के स्टांप पेपर पर पैतृक भूमि को उत्तराधिकारी को सुपुर्द करने की व्यवस्था की गई है।
जिसकी वजह से जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया काफी आसान हो गई है। तहसीलदार को ₹100 का स्टांप देकर आप अपने नाम पर जमीन की रजिस्ट्री करवा सकते हैं।
किसान एवं सामान्य जनमानस के हित के लिए भारत सरकार की तरफ से विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं पूरी की जाती है और इन योजनाओं की जानकारी हम अपनी वेबसाइट पर देते रहते हैं इसलिए इस वेबसाइट को बुकमार्क करके सेव कर लीजिए, धन्यवाद।